धनतेरस - दीपावली

image
image
image
image
image
image
dhanteras-and-diwali.jpg

धनतेरस

  • 22 अक्टूबर 2022 को सायंकाल 6:35 से प्रारंभ

    23 अक्टूबर 2022 को -सायं काल 6:00 बज कर 06 मिनट पर समाप्त।

  • खरीदारी का मुहूर्त

    वृषभ लग्न (22.10.2022) - सायं काल 6:47 से 8:44 तक।

    वृषभ लग्न (23.10.2022) - सायं काल 6:43 से 8:40 तक।

उपरोक्त दोनों ही समय में खरीदारी करना विशेष लाभ कर कहा जाएगा।

धनतेरस-कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस बनाया जाता है। वर्ष 2022 में धनतेरस 22 अक्टूबर को सायंकाल 6:35 से प्रारंभ होकर 23 अक्टूबर को सायंकाल 6:06 28 सेकंड तक भोग करेगा। भारतीय परंपरा के अनुसार उदया तिथि के साथ धनतेरस का प्रारंभ 23 अक्टूबर को हो रहा है। अतः धनतेरस 23 अक्टूबर 2022 को मनाना सर्वश्रेष्ठ कहा जाएगा।

  • क्या खरीदें और क्या न खरीदे

    धनतेरस के दिन अपने सामर्थ्य के अनुसार यह प्रयास अवश्य करना चाहिए कि स्थिर लग्न में (जैसे- वृषभ लग्न का मुहूर्त दिया गया है ) सोने , चांदी ,पीतल ,मिट्टी से बना बर्तन आदि अवश्य खरीदना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि आज ही के दिन समुद्र मंथन के समय आयुर्वेद चिकित्सा के जनक भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। भगवान धन्वंतरि के जन्म दिवस को मनाने का भी यह शुभ अवसर कहा गया है। भगवान धन्वंतरि कलश में अमृत को लेकर प्रकट हुए थे जिसके कारण बर्तन आदि का क्रय शुभ माना जाता है।

आज के दिन भूल कर भी लोहा, कांच, चीनी, मिट्टी से बने वस्तु एलुमिनियम आदि नहीं खरीदा जाना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि उपरोक्त सामग्री का क्रय करना लक्ष्मी को प्रसन्न करने वाला सिद्ध होता है।

अवश्य खरीदें: आज के दिन लक्ष्मी का प्रतीक झाड़ू , माता लक्ष्मी तथा गणेश जी की सुंदर प्रतिमा निश्चित रूप से क्रय करना माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने की दिशा में सार्थक प्रयास सिद्ध हो सकता है। झाड़ू खरीदने के पूर्व किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए इसे जानने हेतु आप नीचे दिए गए लिंक को अवश्य क्लिक करें।

दीपावली

दीपावली का त्यौहार मुख्य रूप से प्रकाश के पर्व के रूप में मनाया जाता है। 5 दिनों तक चलने वाला ऐसा त्यौहार है जिसमें अच्छे स्वास्थ्य, आनंद , विघ्न का नाश, ऐश्वर्य की प्राप्ति, संतति एवं जीवन की पूर्णता को प्राप्त करने हेतु किया जाने वाला प्रयास फलीभूत होता है।

  • दीपावली का शुभ मुहूर्त

    प्रदोष काल -सायंकाल 5:46 से 8:19 तक

    महानिशीथ काल- रात्रि 11:43 से 12:34 तक

    सिंह लग्न - रात्रि 1:07 मिनट से 3:21 तक

    शुभ चौघड़िया- रात्रि 11:46 से 12:34 तक

कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाने वाला दीपावली त्यौहार , वर्ष 2022 में 24 अक्टूबर को सायंकाल 5:30 पर अमावस्या के प्रारंभ होने पर मनाया जाएगा। अमावस्या तिथि का भोग दिनांक 25 अक्टूबर को सायं 4:00 बजे कर 21 मिनट तक रहेगा। उक्त समय में ही दीपावली का पर्व मनाया जाएगा।

दीपावली के दिन शुभ मुहूर्त में धनतेरस के दिन खरीदे गए लक्ष्मी गणेश एवं कुबेर जीके मूर्ति को स्थापित कर विधिपूर्वक पूजन किए जाने का प्रावधान है। सामान्यतः पूजन में भगवान गणेश के पूजन के उपरांत भगवान कुबेर, लक्ष्मी जी के बीज मंत्रों का प्रयोग विशिष्ट फलदायी सिद्ध होता है।