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Enter your OTP Codeजन्मांग में केतु के निर्बल अथवा पापाक्रांत स्थिति में लहसुनिया धारण करना लाभकारी परिणाम प्रदान करने वाला सिद्ध होता है। यह रत्न बुरी नजर से बचाने के साथ-साथ अचानक लाभ प्रदान करने में विशेष उपयोगी सिद्ध होता है। लहसुनिया संवेदनशील रत्न की श्रेणी में आता है ।अतः जब तक शरीर को इसकी आवश्यकता ना हो अथवा योग्य ज्योतिषी की सलाह न हो तो कदापि धारण न करें।
मूल्य | ||
खान का नाम | वजन(कैरेट) | मूल्य |
इंडियन माइंस
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3 | 1500 |
4 | 2500 | |
5 | 3000 | |
6 | 4000 | |
7 | 4500 | |
8 | 5000 | |
सिलोनी (श्रीलंका)
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3 | 4500 |
4 | 6000 | |
5 | 10000 | |
6 | 15000 | |
7 | 22000 | |
8 | 25000 | |
अफ्रीकन
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3 | 1000 |
4 | 1200 | |
5 | 1600 | |
6 | 1800 | |
7 | 2600 | |
8 | 3800 | |
विशेष ऐस्ट्रोटर्मिनल द्वारा आपको उपलब्ध कराए जाने वाला लहसुनियां भिन्न-भिन्न विशेषज्ञों के भौतिक परीक्षण के साथ-साथ लैब द्वारा टेस्ट किए जाने के बाद प्रमाण पत्र के साथ दिया जाता है। जिसके शुद्धता की 100% गारंटी प्रदान की जाती है। |